रौलट एक्ट और जम्मू कश्मीर पब्लिक सेफ्टी एक्ट

एक को दमनकारी अंग्रेजों ने लाया तो दूसरे को जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री शेख अब्दुल्ला ने लाया। एक को Anarchical and Revolutionary Crimes Act of 1919 या रॉलट एक्ट तो दूसरे को जम्मू कश्मीर पब्लिक सेफ्टी एक्ट, 1977 (PSA) कहा जाता है। दोनों एक्ट के नाम अलग - अलग है लेकिन दोनों एक्ट में प्रावधान लगभग - लगभग बराबर ही है, जिनमें किसी भी व्यक्ति पर बिना मुकदमा चलाए 2 साल जेल या नजरबंद किया जा सकता है,वो भी बिना किसी अदालती कार्यवाही किये बगैर।

एक को Sidney Arthur Taylor Rowlatt के सिफारिश पर लाया गया तो दूसरे को J&K के मुख्यमंत्री शेख़ अब्दुल्ला ने लाया।
विडंबना देखिए.... कौन जानता था कि यह PSA एक्टएक दिन उनके बेटे फारूख अब्दुल्ला पर लग जाएगा।

जिस प्रकार रॉलेक्ट एक्ट का भारतीयों ने पुरजोर विरोध किया, उसी प्रकार PSA का भी कश्मीरियों ने पुरजोर विरोध किया। महात्मा गांधी ने रॉलट एक्ट के विरोध में एक राष्ट्रव्यापी सत्याग्रह आंदोलन चलाया लेकिन PSA के विरुद्ध एक बड़ा आंदोलन खड़ा करने वाला गांधी नहीं था।

आज 2019 में रौलट एक्ट के 100वी वर्षगांठ पर जम्मू और कश्मीर में कई नेताओं PSA एक्ट के तहत नजरबंद किया गया है।तो प्रश्न यह उठता है कि -
क्या 1919 के ब्रिटिश सरकार और 2019 के भारतीय सरकार मे कोई समानता या अन्तर है?