" डार्क हॉर्स" #निलोत्पल_जी सर मैं अभी वह संतोष हूं जो अभी-अभी अपने गांव के रेलवे स्टेशन से निकला है जो आगे चलकर गुरु भी हो सकता है या फिर रायसाहब भी.... तो बस आपकी किताब कुछ पंक्तियां मैं यथास्थिति रखना चाहूंगा एक ऐस…
Read moreरश्मिरथी : आज़ाद भारत का पहला दलित साहित्य रश्मिरथी सही मायनों में आज़ाद भारत का पहला दलित साहित्य है। जिसने समाज में दलितों के उपेक्षा को दर्शाया है। रश्मिरथी एक शानदार किताब है। इसे सभी को पढ़ना चाहिए। रश्मिरथी …
Read moreआधुनिक प्रेमचन्द : नीलोत्पल मृणाल Nilotpal Mrinal नई कृति "औघड़" प्रस्तुत है। 388 पन्नों की यह कृति सहेज कर रखने वाली अनमोल कृति है। मेरा सौभाग्य रहा है कि मेरी औघड़ की प्रति पर Autograph का मै प्रत्यक्षदर्शी रहा। औधड…
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